भगदड़ का जिम्मेदार कौन?

कांग्रेस जिला अध्यक्ष संगठन को एकजुट रखने में रहे है नाकाम।

कांग्रेस से आये बागी
भाजपा की लगाएंगे नैया पार?

प्रदेश के विभिन्न जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रीति नीति से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ले रहा है।
यदि हम बात करें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की तो विगत दोनों छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की मानो जैसे बाढ़ सी आ गई हो।कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता,पूर्व विधायक,पार्टी महासचिव, पूर्व महापौर प्रत्याशी, पुर्व मंडी अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी से लेकर नपा अध्यक्ष,नगर निगम छिंदवाड़ा के सभापति,पार्षदगन ,सरपंच सहित हजारो की तादाद में कार्यकर्ताओ ने भाजपा का दामन थामा है।जिस तरह से कांग्रेस में भगदड़ मची हुई है उससे लगता है जिला संगठन अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने में विभल साबित हो रहा है।
इससे संगठन की विभलता साफ नजर आती है।
कांग्रेस के बागी नेताओ के भरोसे लोकसभा जीतने की तैयारी में है भाजपा? पिछले 5 सालों की बात की जाए तो भाजपा में भी कई गुट बन गए हैं जिसके चलते भाजपा पार्टी ने दो विधानसभा चुनाव एवं नगरीय निकाय चुनाव और जिला पंचायत चुनाव में हार का सामना किया है।
कांग्रेस के बागियों का क्या वजूद है
सत्ता का है;लालच।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए कांग्रेस के बागियों का अपना कोई वजूद नहीं है
ना इनका कोई जनाधार है यह सिर्फ और सिर्फ कमलनाथ के इर्द-गिर्द हुआ करते थे कांग्रेस पार्टी को इनके जाने से कितना नुकसान होता है ये आने वाले लोकसभा चुनाव परिणाम ही बताएंगे।

बहरहाल कांग्रेस अपने चुनाव प्रचार प्रसार में लगी हुई है और वही भाजपा प्रत्याशी नागरीय प्रशासन मंत्री जी के साथ गुटबाजी का रायता समेटने में लगे हुए है

आया राम और गया राम आते-जाते रहेंगे।

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