डीपीएस प्रबंधन के काम का दबाव बना मौत का कारण?

गंभीर बीमारी से ग्रसित था डीपीएस का मेस इंचार्ज,
क्या काम के दवाव के चलते उसने यह कदम उठाया?

बच्चे और अभिभावक दहशत में। बच्चो को स्कूल भेजने में कतरा रहे है अभिभावक।

छिंदवाड़ा के प्रतिष्ठित दिल्ली पब्लिक स्कूल के मेस मैनेजर स्कुल परिसर में बने स्टाफ क्वार्टर में फाँसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला था।
पुलिस और स्कूल प्रबंधन ने आनन फानन में मृतक का पोस्टमार्टम कर नरसिंहपुर से आए परिजनों को शव सौंप दिया था।
मोहखेड़ टीआई केएस रघुवंशी ने बताया कि मृतक सौरभ श्रीवास्तव को ट्यूमर की बीमारी थी। जिसका इलाज जबलपुर के एक अस्पताल में चल रहा था।

अब सवाल ये उठता है कि
ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित मृतक सौरभ से क्या लगातार काम कराया जा रहा था,काम का अत्यधिक दवाब था,क्या यही वजह उसकी मौत का कारण बनी?

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक पर काम का अत्यधिक बोझ होने के कारण हमेशा तनाव में रहता था प्रबंधन द्वारा लगातार उससे काम ले रहा था।
प्रबंधन को इसकी जानकारी थी कि मृतक सौरभ श्रीवास्तव को गंभीर बीमारी है जिसका इलाज जबलपुर के अस्पताल में चल रहा है बावजूद इसके प्रबंधन उससे लगातार काम करवाता रहा।
जिससे उसने यह कदम उठाया।
हालांकि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है।

दहशत में बच्चे और अभिभावक।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या कम रही क्योंकि एक दिन पूर्व ही स्कूल परिसर में बने बॉयज हॉस्टल की तीसरी मंजिल के रूम नंबर 8 में मेस मैनेजर सौरभ श्रीवास्तव का शव फांसी पर झुलता हुआ मिला था। जिससे बच्चे और अभिभावक दहशत में है।बच्चों को स्कूल पहुचाने में कतरा रहे हैं तो कुछ अभिभावकों ने तो अपने बच्चों को बॉयज हॉस्टल से वापस घर ले आए हैं।