भाजपा में शामिल होने से लेकर छापेमार कार्यवाही तक।
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भाजपा के लिए नाक का विषय बन गई है जहां नाथ एक तरफ और पूरी प्रदेश सरकार एक तरफ नकुलनाथ को हराने मे जुटी हुई है।
भाजपा छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को हर हाल में जीतना चाहती है। छिंदवाड़ा में तोड़फोड़ की राजनीति से शुरुआत और अब पुलिस,प्रशासन के द्वारा छापेमार कार्यवाही कर दबाव।
पांढुर्णा जिले के आदिवासी विधायक निलेश उईके को पहले भाजपा में शामिल करने की नाकाम कोशिशें की गई जब उन्होंने भाजपा में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया तो अब उनके गृह ग्राम राजोरा रैय्यत पर आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम पहुंचती है घर की तलाशी लेती है घर में कुछ न मिलने पर उनके खेत में भी जाकर तलाशी ली जाती है जहां पर पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगता और टीम वहां से बैरंग लौट जाती है। मिली जानकारी के अनुसार चुनाव के मद्देनजर पैसा और शराब बाटने को लेकर टीम विधायक के घर पहुचीं थी।