लोकसभा में विपरीत परिणाम आने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ ने द करन होटल में हार की समीक्षा की जिसमें जिले के कांग्रेस पदाधिकारी और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
बैठक में वर्तमान कांग्रेस जिला विश्वनाथ ऑक्टे ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा की पेशकश की और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को कार में इस्तीफा दिया। हालांकि उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है।
क्या जिले में युवाओं के हाथ मे होगी अध्यक्ष की कमान।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस जिले के युवा नेताओं को अपना नया अध्यक्ष बना सकती है।
जिसमें दो नेताओं के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं पहला नाम सोनू मागो जो अभी वर्तमान में नगर निगम के अध्यक्ष है। और दूसरे
आदिवासी नेता जुन्नारदेव से दो बार के विधायक सुनील उईके का नाम सामने आ रहा है।
सोनू मांगो की बात की जाए तो वह नगर पालिका निगम में अभी अध्यक्ष पद पर है।
नगर निगम में कांग्रेस अल्पमत में है। जिससे सोनू मांगो का अध्यक्ष पद जाना लगभग तय माना जा रहा है नगर निगम में 48 पार्षदो में से 34 पार्षद भाजपा के पास है औऱ कांग्रेस के पास सिर्फ 14 पार्षद ही बचे है और आने वाले दिनों में कांग्रेस के दो से तीन पार्षद और भाजपा में शामिल हो सकते हैं लिहाजा सोनू मांगो को अध्यक्ष पद से हटना होगा।
सोनू मागो का पिछला ढाई साल का रिपोर्ट कार्ड देखे तो कहीं ना कहीं वह युवाओं की पहली पसंद है और नकुलनाथ के बेहद करीबी माने जाते है।सोनू मांगो के पास युवाओं की एक लंबी फौज है जिससे वह भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
वहीं सुनील उइके जुन्नारदेव विधानसभा से विधायक के साथ-साथ आदिवासी नेता है।और जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके है। आदिवासी समुदाय में
अच्छी खासी पकड़ रखते हैं सुनील उइके के जिला अध्यक्ष बनने से छिंदवाड़ा एवं पांढुर्णा जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने के साथ साथ वरिष्टों को साथ लेकर चलने की चुनौती भी होगी।
