बच्चे का जन्मदिन मनाने छुट्टी लेकर आने वाले थे शहीद विक्की पहाड़े।
जम्मू कश्मीर के पुंछ में वायु सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा का बेटा विक्की पहाड़े शहीद हो गए।
विक्की पहाड़े की बड़ी बहन कविता ने बताया कि विक्की पहाड़े के 5 साल के बेटे का जन्मदिन आने वाला था विक्की पहाड़े छुट्टी लेकर छिंदवाड़ा आने वाले थे क्योंकि बेटे के जन्मदिन की तैयारी जो करनी थी। विक्की की बहन ने बताया कि विक्की के बेटे का जन्म कॉविड के समय में हुआ था इसलिए जन्मदिन का कार्यक्रम धूमधाम से नहीं किया जा सका अपने बेटे की जन्मदिन की खुशियां मनाने के लिए बड़ा फंक्शन करने की तैयारी थी लेकिन यह खुशियां अब मातम में बदल गई हैं।
मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि।
एक करोड़ रुपए मिलेगी सहायता राशि।
देश के लिए कुर्बान होने वाले छिंदवाड़ा के बेटे को अंतिम विदाई देने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विक्की पहाड़े को अंतिम विदाई दी उसके बाद विक्की की मां और उनकी पत्नी से मिले मुख्यमंत्री ने कहा कि देश ने एक वीर जवान को खोया है लेकिन इस जवान की शहादत बेकार नहीं जाएगी भारत सरकार आतंकियों से उनके घर में घुसकर बदला लेगी जो कायराना हरक़त की गई है उसका जवाब दिया जाएगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव आचार संहिता में बंधे हुए हैं इसलिए सरकार के प्रोटोकॉल के तहत एक करोड रुपए की सहायता राशि दी जाती है विक्की के परिजनों को वह सहायता राशि मिले इसके लिए भी चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे।
अंतिम दर्शन के लिए चिलचिलाती धूप में उमड़ा जन सैलाब।
छिंदवाड़ा के बेटे के अंतिम दर्शन और विदाई देने के लिए इमलीखेड़ा हवाई पट्टी से विक्की पहाड़े के घर नोनिया करबल और पातालेश्वर मोक्ष धाम तक सड़कों की दोनों तरफ जन सैलाब उमड़ा शहीद की एक झलक पाने के लिए लोग आतुर थे कोई फूल बरसा रहा था तो कोई भारत माता के जयकारे लगा रहा था अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई देने के लिए लोग नम आंखों के साथ चिलचिलाती धूप में खड़े रहे।