गांधी जी को बदबू से बचाने के लिए किया अनोखा प्रदर्शन।

स्वच्छता अभियान की खुली पोल।

गांधी गंज के व्यापारियों ने गांधी प्रतिमा की नाक पर पट्टी बांधकर किया अनोखा प्रदर्शन …

छिंदवाड़ा :- शहर के वार्ड नं. 17 व्यस्ततम क्षेत्र गांधी गंज में व्यापारियों द्वारा एक अनोखा प्रदर्शन कर नाराजगी व्यक्त की गई है।
व्यापारियों द्वारा गांधी गंज स्थित दीनदयाल रसोई के पास गांधी की प्रतिमा की नाक में पट्टी बांधकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया। गांधी प्रतिमा के सामने और आसपास गंदगी और कचरों का अम्बार फैला हुआ है, जिसमे आसपास के व्यपारी एवं रहवासी गंदगी और बदबू से परेशान है। व्यापारी वर्ग एवं रहवासियों द्वारा कई बार नगर निगम अमला को शिकायत गई है, लेक़िन जमीनी स्तर पर कोई फर्क पड़ता हुआ नजर नही आया..।
गंज के व्यपारियो ने बताया गंज की गंदगी एवं बदबू से हम सब व्यपारी वर्ग परेशान है हमारे द्वारा अनेको बार नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों एवं महापौर हेल्पलाइन में भी शिकायत की गई ,लेक़िन हालात जस का तस है और तो और नगर निगम संचालित कचरा वाहन भी रोजाना वार्ड में नही पहुँचता है ,और न ही सफाई वार्ड दरोगा आता है।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी जो कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वछता अभियान को आगे बढ़ाने में दिन रात लगे हुए है, लेक़िन पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान के सपनों को छिंदवाड़ा नगर निगम पलीता लगाने में लगा हुआ ह या नगर निगम मोदी के सपनों को साकार करना उचित नही समझता है ,अब देखना होगा कि नगर निगम के जिम्मेदार कुंभकर्ण की नींद से जागते है, या समस्या जस की तस ही नजर आती है ।

दो बार छिंदवाड़ा आ चुके है महात्मा गांधी…

महात्मा गांधी 06 जनवरी सत्र 1921 को प्रथम बार कार से छिंदवाड़ा के इसी स्थान पर पहुंचे थे , उन्हें गंज के सेठ नरसिंहदास धर्मशाला में रुकवाया गया था ,उसके उपरांत गांधी जी द्वारा एक आमसभा को सम्बोधित भी किया गया था, उसके बाद दूसरी बार 29 नम्बर सत्र 1933 को छिंदवाड़ा पहुंचे थे , महात्मा गांधी ने अनुसूचित जाति समुदाय के मौहल्लों का भृमण किया गया था एवं आदिवासियों को 100 रु की थैली भी प्रदान की गयी थी ,इसलिये शहर के गंज को गांधी गंज के नाम से आज भी जाना जाता है ।

गंज के व्यापारियों ने गांधी प्रतिमा की नाक पर पट्टी बांधकर किया अनोखा प्रदर्शन …

छिंदवाड़ा :- शहर के वार्ड नं. 17 व्यस्ततम क्षेत्र गांधी गंज में व्यापारियों द्वारा एक अनोखा प्रदर्शन कर नाराजगी व्यक्त की गई है।
व्यापारियों द्वारा गांधी गंज स्थित दीनदयाल रसोई के पास गांधी की प्रतिमा की नाक में पट्टी बांधकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया। दरअसल गांधी प्रतिमा के सामने और आसपास गंदगी और कचरों का पसारा फैला हुआ है, जिसमे आसपास के व्यपारी एवं रहवासी गंदगी और बदबू से परेशान है। व्यापारी वर्ग एवं रहवासियों द्वारा अनेकों बार नगर निगम अमला को शिकायत गई है, लेक़िन जमीनी स्तर पर कोई फर्क पड़ता हुआ नजर नही आया..।
गंज के व्यपारियो ने बताया गंज की गंदगी एवं बदबू से हम सब व्यपारी वर्ग परेशान है हमारे द्वारा अनेको बार नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों एवं महापौर हेल्पलाइन में भी शिकायत की गई ,लेक़िन हालात जस का तस है और तो और नगर निगम संचालित कचरा वाहन भी रोजाना वार्ड में नही पहुँचता है ,और न ही सफाई वार्ड दरोगा आता है।

प्रधानमंत्री मोदी के स्वछता अभियान को पलीता लगाता नगर निगम…

देश के प्रधानमंत्री नरेंद मोदी जो कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वछता अभियान को आगे बढ़ाने में दिन रात लगे हुए है, लेक़िन पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान के सपनों को छिंदवाड़ा नगर निगम पलीता लगाने में लगा हुआ ह या नगर निगम मोदी के सपनों को साकार करना उचित नही समझता है ,अब देखना होगा कि नगर निगम के जिम्मेदार कुंभकर्ण की नींद से जागते है, या समस्या जस की तस ही नजर आती है ।

दो बार छिंदवाड़ा आ चुके है महात्मा गांधी…

महात्मा गांधी 06 जनवरी सत्र 1921 को प्रथम बार कार से छिंदवाड़ा के इसी स्थान पर पहुंचे थे , उन्हें गंज के सेठ नरसिंहदास धर्मशाला में रुकवाया गया था ,उसके उपरांत गांधी जी द्वारा एक आमसभा को सम्बोधित भी किया गया था, उसके बाद दूसरी बार 29 नम्बर सत्र 1933 को छिंदवाड़ा पहुंचे थे , महात्मा गांधी ने अनुसूचित जाति समुदाय के मौहल्लों का भृमण किया गया था एवं आदिवासियों को 100 रु की थैली भी प्रदान की गयी थी ,इसलिये शहर के गंज को गांधी गंज के नाम से आज भी जाना जाता है ।