संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार छिंदवाड़ा के बेटे बंटी विवेक साहू ने ली शपथ।

छिंदवाड़ा 72 वर्ष के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार छिंदवाड़ा के बेटे बंटी विवेक साहू के सांसद के रूप में शपथ लेते ही एक इतिहास बन गया 1952 से अब तक देश की 17 वीं लोकसभा के गठन तक छिंदवाड़ा में जन्म लिया कोई भी व्यक्ति इस पद पर आसीन नहीं हुआ।

18 वीं लोकसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर भृतहरि मेहताब ने बंटी विवेक साहू को सांसद पद की शपथ दिलाई।

आदिवासी समाज का पीला गमछा डालकर शपथ ली
सांसद विवेक बंटी साहू ने जिले के आदिवासी समाज से वादा किया था। कि जब वे संसद भवन जायेंगे तो आदिवासी समाज का पीला गमछा को सिर पर बांधकर पहुचेंगे इसी वचन को पूरा करते हुये उन्होंने पीला गमछा डालकर संसद भवन पहुंचे

इस तरह छिंदवाड़ा के बेटे बंटी विवेक साहू ने आदिवासी समाज का सम्मान बढ़ाया।