कांग्रेसी नेताओं का भाजपा में शामिल होना कोई डील थी.या रणनीति.

भाजपा को जॉइनिंग के चक्कर में उलझा के रखें नाथ ने.

पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और सांसद नकुलनाथ होने वाले थे भाजपा में शामिल।

जब मीडिया के द्वारा उनसे यह सवाल बार-बार पूछा गया तो उन्होंने इसका ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया और कहा कि यह आपकी (मीडिया) की उपज है.मैं तो कहीं नहीं जा रहा हूं.
यह तो आप लोग चला रहे हो.पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा में जाने की अटकलें को खारिज करते हैं उसके बाद अचानक से एक का एक ऐसा क्या हो जाता है कि जो 40 वर्षों से कमलनाथ के करीबी रहे कार्यकर्ता या पदाधिकारी, पूर्व और वर्तमान विधायक यहां तक की उनके सबसे करीबी माने जाने वाले दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर वे भी भाजपा में शामिल हो गए थे.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का बेटा और छोटे से गांव से आने वाले आदिवासी युवक जो पंच का चुनाव हार गया हो विक्रम अहाँके को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नगर निगम छिंदवाड़ा का महापौर बनाया ।
विक्रम अहाँके को उस ऊँचाई पर पहुँचाया जो प्रदेश का सबसे युवा महापौर कहलाया उसने चुनाव के पहले कमल नाथ का हाथ छोड दिया था.

वोटिंग के दिन सुबह महापौर विक्रम अहांके ने एक वीडियो जारी कर कहा कि मुझे घुटन हो रही थी मेने कमलनाथ और नकुलनाथ जी के साथ गलत किया है आप नकुलनाथ को विजयी बनाएं.
महापौर विक्रम अहाँके का
यू टर्न होने से भाजपा भी सकते में है क्या जोइनिंग को लेकर जल्दबाजी की गई.
अब तो भाजपा पूरे प्रदेश में फूंक फूंक कर कदम रख रही है जॉइनिंग बंद कर दी है.

कहीं कोई डील तो नहीं.

राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि जिस तरह महापौर विक्रम अहांके ने यू टर्न किया उनको भाजपा में 20 दिन में ही घुटन होने लगी थी.
कही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओं की भी अन्तरात्मा भी ऐसे ही बोल रही है उनको वो मान सम्मान नही मिल रहा है जो कांग्रेस पार्टी में मिलता था.और विक्रम अहाँके के यूटर्न करने से जो कांग्रेसी आये है उनपर भी भरोसा नही जता पा रही है भाजपा.

क्या भाजपा के साथ खेला हो गया.

इस बीच आम जनता में यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ ने भाजपा के साथ खेला कर दिया अपने कार्यकर्ताओ और पदाधिकारीओ को जरुर इशारा दे दिया था कि आप लोग भाजपा में जा सकते हैं.
क्या बीजेपी इस रणनीति को समझ नहीं पाई और जॉइनिंग के फेर में उलझी रही.

बहरहाल अब तो जो होना था सो हो गया दोनों ही प्रत्याशीयो की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है
दोनों ही प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य का फैसला 4 जून को होगा.